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कोमल ने मीडिया से बात चीत करते हुए कहा कि मैंने गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में जगह पाने के लिए साहसिक दौड़ करने का मन बनाया था. उसी के अनुसार अपने कोच राजेंद्र यादव की निगरानी में इसकी तैयारी शुरू करी थी. अभी वह अयो…और पढ़ें
कोमल ने मीडिया से बात चीत करते हुए कहा कि मैंने गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में जगह पाने के लिए साहसिक दौड़ करने का मन बनाया था. उसी के अनुसार अपने कोच राजेंद्र यादव की निगरानी में इसकी तैयारी शुरू की थी. उन्होंने आगे कहा, जब तैयारियां चल रही थी, मुझे लगातार भगवान राम और रामजन्मभूमि के सपने आने लगे. ऐसा लगा यह स्थान मुझे बुला रहा है और इसलिए मैंने नोएडा से अयोध्या तक दौड़ लगाने का फैसला किया.
कोमल के कोच राजेंद्र यादव ने कहा कि कोमल अपने अनुकरणीय प्रदर्शन से कई लोगों को प्रेरित करने वाली हैं. वह यह साबित करने जा रही है कि लड़कियां किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं और किसी भी चुनौती का सामना कर सकती हैं. कानपुर पहुंची कोमल का स्वागत एनएसआई के निदेशक डॉ नरेंद्र मोहन ने किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि कोमल उर्फ तेज शारीरिक शिक्षा में स्नातक कर रही हैं और गर्म और आर्द्र परिस्थितियों का सामना करते हुए अपनी मानसिक और शारीरिक ताकत साबित कर चुकी हैं.
यहां भगवान राम कुछ समय रहे थे
राजेंद्र यादव ने आगे कहा हम चाहते हैं कि वह पूरी दौड़ के समय भाईचारे और सद्भाव का संदेश फैलाएं. दूसरे चरण में, वह श्रीलंका से, जहां भगवान राम कुछ समय रहे थे, इस साल अक्टूबर में लगभग 5000 किलोमीटर की दूरी तय करके अयोध्या तक जाएंगी. निदेशक ने कहा, वह हमारी ब्रांड एंबेसडर बनने जा रही हैं और संस्थान भविष्य में भी इस तरह के आयोजन के लिए उन्हें हर संभव सहायता प्रदान करेगा.