
सोमवार देर रात दिल्ली एनसीआर के कई इलाकों में मूसलाधार बारिश देखने को मिली। जहां एक तरफ इससे लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली। वहीं, दूसरी तरफ कई इलाकों में भारी जलभराव हो गया। इससे पहले शनिवार को तेज बारिश हुए थी। मौसम विभाग ने दिल्ली में शनिवार और रविवार को हल्की बारिश का अनुमान लगाया था। दिल्ली-एनसीआर में 9 अगस्त को हुई मूसलाधार बारिश के बाद मानसून धीमा पड़ गया था।
#WATCH | Delhi | Heavy rain lashes several parts of the National Capital
(Visuals from Motibagh) pic.twitter.com/0c0JdTAHsD
— ANI (@ANI) August 11, 2025
नोएडा में सोमवार को दिनभर उमस ने सताया
नोएडा में रक्षाबंधन पर हुई बारिश के बाद सोमवार को भी बारिश का येलो अलर्ट जारी था। बारिश नहीं होने के कारण और हवाओं की धीमी रफ्तार के कारण लोगों को उमस ने बहुत अधिक सताया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की रिपोर्ट के मुताबिक सोमवार को जिले का अधिकतम तापमान 31.8 और न्यूनतम तापमान 28.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, आर्द्रता 100 प्रतिशत दर्ज की गई जो सामान्य से बहुत अधिक थी।
मौसम विज्ञानी महेश पलावत ने बताया कि दिल्ली एनसीआर में 13 अगस्त तक हल्की बारिश की संभावना है। इसके बाद 14 से 17 अगस्त के बीच मध्यम बारिश के आसार हैं। बदलते हवाओं के पैटर्न से मौसम में बदलाव होगा। ऐसे में तापमान घटकर 34-35 डिग्री से 31-32 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया जा सकता है।
रविवार को यहां हुई बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक, रविवार सुबह 8:30 बजे तक बीते 24 घंटे के दौरान देशभर में जमकर बारिश हुई। पश्चिम उत्तर प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पूर्वी मध्य प्रदेश, बिहार, असम, मेघालय और कर्नाटक में अलग-अलग स्थानों पर 7-20 सेंटीमीटर वर्षा दर्ज की गई। पंजाब, हिमाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, गुजरात क्षेत्र, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तेलंगाना, रायलसीमा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में भी कई जगहों पर भारी बारिश हुई।
इन राज्यों में भी बरसेंगे मेघ
वहीं, मौसम विभाग ने उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में कई स्थानों पर सात दिन भारी बारिश की संभावना जताई। 13 अगस्त उत्तराखंड में कुछ स्थानों पर 21 सेमी तक वर्षा हो सकती है। पूर्व मध्य भारत और उससे सटे उत्तरी प्रायद्वीपीय भारत में बारिश होने की संभावना है। 13 से 16 अगस्त के दौरान मध्य प्रदेश, विदर्भ, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और तटीय आंध्र प्रदेश भारी वर्षा का एक नया दौर शुरू होगा।