
अभिनेता से राजनेता बने विजय की ओर मुख्यमंत्री एमके स्टालिन को ‘अंकल’ कहे जाने के बाद तमिलनाडु की राजनीति में भूचाल आ गया है। सत्तारूढ़ दल द्रमुक ने इसे लेकर खासी नाराजगी जताई है। तमिलनाडु के स्कूल शिक्षा मंत्री अंबिल महेश पोय्यामोझी ने रविवार को तमिलगा वेत्री कझगम प्रमुख विजय पर अपरिपक्व भाषा का प्रयोग करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अभिनेता को सोचना चाहिए कि क्या उन्हें सिर्फ इसलिए असंयमित भाषा का प्रयोग करना चाहिए, क्योंकि उन्होंने एक राजनीतिक पार्टी शुरू की है।

मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री का सार्वजनिक जीवन में 50 साल का इतिहास है। वह सत्तारूढ़ द्रमुक पार्टी के भी प्रमुख हैं। विजय और उनके समर्थकों को इस पर विचार करना चाहिए और समझना चाहिए कि क्या मुख्यमंत्री के खिलाफ अनुचित शब्द का प्रयोग स्वीकार्य है। उन्होंने यह भी कहा कि टीवीके प्रमुख के परिवार के दिवंगत द्रमुक संरक्षक एम करुणानिधि, मुख्यमंत्री स्टालिन और उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन के साथ भी अच्छे संबंध थे।

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तमिलनाडु के कृषि मंत्री एमआरके पन्नीरसेल्वम ने भी विजय पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अभिनेता में राजनीतिक शिष्टाचार का अभाव है। मंत्री ने दावा किया कि सिनेमा और राजनीति एक नहीं हैं। अभिनेता शायद अपने प्रशंसकों की भीड़ से प्रभावित होकर ऐसे बोल रहे थे, जैसे किसी फिल्म का संवाद बोल रहे हों। पन्नीरसेल्वम ने कहा, ‘इससे उनकी परिपक्वता का अभाव झलकता है। उन्होंने डीएमके नेतृत्व पर निशाना साधा, यह सोचकर कि इससे उनके राजनीतिक हित सधेंगे। सिनेमा और राजनीति एक नहीं हैं।’

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अभिनेता की टिप्पणी पर कड़ी आपत्ति जताते हुए राज्य के नगर प्रशासन मंत्री केएन नेहरू ने कहा कि अभिनेता ने निम्न राजनीतिक मानदंड दिखाए गए हैं। नेहरू ने कहा, ‘वह एक ऐसे कद्दावर राजनेता को, जो चार दशकों से राजनीति में हैं और वर्तमान मुख्यमंत्री हैं, ‘अंकल’ कहकर संबोधित करके निम्न स्तर पर पहुंच गए हैं। जनता की ओर से समर्थित द्रमुक 2026 के विधानसभा चुनाव में विजय को करारा जवाब देगी।’

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भाजपा ने एक दिन का फिल्म शो करार दिया
इससे पहले विपक्षी अन्नाद्रमुक और भाजपा ने भी मदुरै में टीवीके सम्मेलन में अपने नेताओं को निशाना बनाने के लिए विजय पर सत्तारूढ़ द्रमुक सरकार के साथ मिलकर हमला बोला था। पूर्व राज्यपाल डॉ. तमिलिसाई सुंदरराजन ने संवाददाताओं से कहा, ‘जब उन्होंने भाजपा को फासीवाद से जोड़ा तो वह बकवास कर रहे थे। संभवतः पार्टी सम्मेलन में अभिनेता जो पटकथा बोल रहे थे, वह किसी और ने लिखी थी। शुरुआत में उन्हें लगा कि विजय जानकार हैं, लेकिन वह कुछ और ही निकले। वह डायलॉग बोलते हुए दिखाई दिए। यह सिर्फ एक दिन का फिल्म शो था।’

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अन्नाद्रमुक ने भी किया पलटवार
इसी तरह अन्नाद्रमुक प्रवक्ता वैगई सेलवन ने कहा कि विजय और उनकी टीवीके 2026 के विधानसभा चुनाव के बाद गायब हो जाएगी। एआईएडीएमके के पूर्व राज्य मंत्री आरबी उदयकुमार ने कहा कि यह बहुत अजीब है कि अभिनेता ने पूछा कि एआईएडीएमके किसके हाथ में है। यह संदेह क्यों? क्या उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री एडप्पादी के पलानीस्वामी के बारे में नहीं पता। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 2026 के चुनावों के लिए पलानीस्वामी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया है।