यमुना से सटे भैंसवाल गांव के पास रविवार दोपहर को दिखाई दिये आदमखोर तेंदुए को वन विभाग की टीम ने पकड़ लिया। करीब 45 मिनट के रेस्क्यू आप्रेशन में टीम ने गांव के ड्रेन नंबर दो में घुसे तेंदुए को पकड़ने में सफलता हासिल की।
अब उसे रोहतक ले गए हैं। टीम ने ट्रेंकुलाइजर गन से 3 इंजेक्शन तेंदुए को लगाए। जिससे तेंदुआ बेहोश हो गया। तेंदुए के बेहोश होने पर 2 कर्मचारी सीवरेज के अंदर गए और उसे घसीट कर बाहर लाए।
इस तेंदुए की तलाश में वन विभाग, पुलिस की टीमें पिछले तीन दिनों से लगी हुई थी। ड्रोन की मदद से भी जंगल में तलाश की जा रही थी। ग्रामीणों के अुनसार तेंदुआ आदमखोर है और उसने चार साल की बच्ची को अपना शिकार बनाया था।
रविवार सुबह तेंदुआ दिखाई देने की सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। एहतियात के तौर पर क्षेत्र को खाली करवाया गया। पुलिस की टीमें भी मौके पर पहुंच चुकी हैं। ग्रामीणों की भीड़ को दूसरी ओर भेज दिया गया है। ग्रामीणों ने वन्य जीव विभाग को बताया कि तेंदुआ ड्रेन नंबर 2 की सीवरेज के भीतर घुसा है।
जिसके चलते टीम ने ड्रेन को दोनों ओर से बंद कर दिया। टीम ने एक और प्लास्टिक के ड्रम लगाकर बंद किया है। वन विभाग की 6 टीमें यमुना नदी से सटे गांव नवादा-पत्थरगढ़ और हरियाणा सीमा से लगते यूपी यमुना खादर क्षेत्र के जंगलों में ड्रोन उड़ाकर और कॉम्बिंग कर तेंदुए की तलाश करने में जुटी।
करीब पांच दिन पहले यानी 9 जून को हरियाणा के गांव नवादा के सामने यूपी के एरिया में यमुना किनारे खेतों में एक बच्ची को तेंदुए ने मार डाला था। जिससे दोनों राज्यों के गांवों के लोग डरे हुए थे।