Dainik Haryana , New Delhi: शिक्षा जीवन का आधार है और इंसान को जीना सिखाती है। हर इंसान का कोई न कोई सपना होता है लेकिन शिक्षा उसे पूरा करने में मदद करती है । खण्ड ऐलनाबाद के गांव नीमला निवासी चित्रकार राजपाल सुथार अपनी पेटिंग के माध्यम से वर्तमान स्थिति में जिस प्रकार बच्चों में भविष्य को लेकर समाज ने अलग ही भय बना रखा है ।
राजपाल सुथार की पेंटिग
बच्चों को बचपन जीने के बजाय माता पिता अपनी इच्छाएं उन पर थोपते हुए जरा भी नहीं कतरा रहे हैं । बड़े बड़े कोचिंग संस्थान और प्रतियोगिता के साथ साथ समाज ने ऐसा माहौल बना दिया है की बचपन जीना ही भूल रहे हैं। इसी दबाव ने पिछले सालों में अनेक जीवन छीन लिए । पेंटिग
सहनशीलता के अभाव ने और इच्छाओं के विपरीत बच्चों में मानसिक तनाव और दबाव बढ़ता जा रहा है। जिसे सुथार ने अपनी कलम से उकेरा है और अपील भी की कोई बच्चा शिक्षा से वंचित भी ना रहे और इतना भी देखा देखी इच्छा के विपरीत विषयों का चयन न करें की मानसिक तनाव की स्थिति पैदा हो। सुथार ने बताया समाज में फैली बुराई दहेज, नशे ने पता नहीं कितने बच्चों के सपने रूपी पतंग को काट दिया है । सुथार ने समय रहते हमे जागरुक होकर दूसरों को जागरूक करने की अपील की है । शिक्षा ऐसी चीज है जिसे हर कोई ग्रहण करना चाहता है।
बता दें कि चित्रकार सुथार विभिन्न मुद्दों पर समाज को जागरुक करने हेतु अनेकों पैंटिंग बना चुके हैं और राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की चित्रकला प्रदर्शनीयो में अपनी कला का जादू बिखेर चुके हैं । कुछ समय पहले चित्रकार सुथार ओ एम जी बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी अपना नाम दर्ज करवा चुके हैं ।