सिरसा जिले के गांव चक्कां की निवासी प्रियंका ने अपने पति इन्द्रसेन के साथ मिलकर खेती में कामयाबी की अद्वितीय कहानी को दर्शाते हुए खुद को एक रोल मॉडल बनाया है। इन्होंने मेहनत और नवाचार के माध्यम से लाखों की कमाई की है, और किसानों के लिए एक प्रेरणास्त्रोत बना है।
प्रियंका की उपलब्धियां:
प्रियंका ने वर्षों की मेहनत और नवाचारिक सोच के साथ खेती में अपनी पहचान बनाई है। प्राथमिकता देकर, वे अपनी खेती को उन्नत तकनीकों और सब्जियों के पैदावार में बढ़ोतरी करने के लिए प्रेरित हो गईं।
इस बदलाव ने उन्हें नरमा और कपास की खेती से अधिक मुनाफा दिलाने में मदद की है। प्रियंका और इन्द्रसेन की कहानी न केवल अन्य किसानों के लिए प्रेरणा है। बल्कि यह दर्शाती है कि किस प्रकार ‘आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है’। इसने न केवल उनके जीवन को बदला, बल्कि उन्हें नई तकनीक और तरीकों को अपनाने की दिशा में भी प्रेरित किया।
सफलता की पहली सीढ़ी:
प्रियंका ने अपनी खेती की शुरुआत मात्र एक एकड़ जमीन पर की, जो पूर्णतः रेतीली और लवणीय थी। वे पहले वर्ष में भिंडी और कक्कड़ी की खेती की, और उससे ही अच्छा मुनाफा कमाया।
ऑर्गेनिक खेती का समर्थन:
प्रियंका ने अपने खेतों में ऑर्गेनिक खेती का समर्थन किया है, जिससे कि उन्हें बाजार में अधिक मूल्य और मुनाफा मिल सके।
सरकारी सहायता:
सरकारी योजनाओं का सहारा लेते हुए, प्रियंका ने अपनी खेती को और भी समृद्ध बनाया है। किसान क्रेडिट कार्ड, फसल बीमा योजना और अन्य योजनाओं के माध्यम से, वे अपने क्षेत्र में किसानों के लिए एक प्रेरणास्त्रोत बनी हैं।