सिरसा। सिरसा नगर परिषद हरियाणा की सबसे भ्रष्ट नगर परिषद में शुमार है। जनता के खून पसीने की कमाई अधिकारी और ठेकेदार दोनों हाथों से मिलकर लूट रहे हैं।
कांग्रेस सरकार आने पर इनसे पाई पाई का हिसाब लिया जाएगा। यह बात प्रदेश कांग्रेस प्रतिनिधि राजकुमार शर्मा ने कही। इस मुद्दे को लेकर शर्मा ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजा है।
मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में उन्होंने भाजपा के 10 सालों के शासन में नगर परिषद में हुए घोटालों का सिलसिलेवार विवरण देते हुए कहा कि सभी कार्यों की एसआईटी गठित कर जांच करवाई जाए और जब तक जांच पूरी नहीं होती तब तक ठेकेदारों को भुगतान न किया जाए।
शर्मा ने कहा कि शहर में नगर परिषद द्वारा द्वारा करवाए जा रहे विकास कार्य में जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है। बिना लेवल के गलियां बनाई जा रही है।
निर्माण कार्य में सारे नियम कायदों को ताक पर रख दिया गया है। कई जगह तो ठेकेदार द्वारा बिना पत्थर डाले ही सीधे टाइले लगाकर खाना पूर्ति की जा रही है, जिससे सड़के थोड़े ही समय में ताश के पत्तों की तरह बिखर रही हैं।
राजकुमार शर्मा ने कहा कि स्थानीय विधायक बार-बार यह बयान देते हैं कि विकास कार्यों में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा, जबकि हकीकत यह है कि विधायक की सरपरस्ती में ही ठेकेदार गड़बड़झाला कर रहे हैं। शर्मा ने कहा कि विधायक का नगर परिषद के अधिकारियों व ठेकेदारों के साथ गठजोड़ है और यह गठजोड़ सिरसा की जनता पर भारी पड़ रहा है।
पूरा शहर नरक भोग रहा है और विधायक शहर में करोड़ों रुपए विकास कार्यों पर खर्च करने का राग अ लापते घूम रहे हैं। वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने सवाल किया कि अगर विधायक ने वास्तव में करोड़ों रुपए शहर में विकास कार्य पर खर्च किए हैं तो वह इसके बारे में जनता को सिलसिलेवार ब्यौरा प्रस्तुत करें।
राजकुमार शर्मा ने कहा कि नगर परिषद के अधिकारी ठेकेदारों से कमीशन लेकर उनके बिल धड़ाधड़ पास कर रहे हैं। सरेआम और खुलकर भ्रष्टाचार का खुला खेल नगर परिषद में खेला जा रहा है और सरकार तमाशबीन बनी हुई है।
किसी भी अधिकारी की कोई जिम्मेदारी तय नहीं। राजकुमार शर्मा ने सीएम को लिखे पत्र में पब्लिक हेल्थ अधिकारियों को भी लपेटे में लिया। उन्होंने कहा कि पूरे शहर में जगह-जगह सीवरेज जाम की शिकायतें आ रही है।
कई स्थानों पर पेयजल में सीवरेज का पानी मिक्स होकर सप्लाई हो रहा है, लेकिन अधिकारी कोई सुनवाई नहीं कर रहे। राजकुमार शर्मा ने सीएम को लिखे पत्र में नगर परिषद के अधिकारियों पर बिना गलियां बनाए ही उनकी पेमेंट किए जाने के भी आरोप जड़े।
उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की कि नगर परिषद द्वारा पिछले 10 सालों में करवाए गए कार्यों की जांच करवा कर गड़बड़ झाला करने वालों को दंडित करें। शर्मा ने कहा कि अगर सरकार ने उनके पत्र पर संज्ञान नहीं लिया, तो आगामी 2 महीने बाद प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर जनता के खून पसीने की कमाई डकारने वालों से एक-एक पैसे का हिसाब लिया जाएगा।