सिरसा। सिरसा के प्रमुख व्यवसायी गंगाराम बजाज की 13 वर्षीय पौत्री डॉ. तजाइना विक्रांत बजाज द्वारा कानूनी व्यवस्था पर लिखित पुस्तक डिकोडिंग द लॉज पुस्तक का विमोचन सर्वोच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति राजेश बिंदल द्वारा किया गया। इस विमोचन के साथ ही यह एक रिकॉर्ड भी कायम हुआ कि महज 13 वर्ष की आयु में डॉ. तजाइना विक्रांत बजाज ने कानून क्षेत्र में उन बुलंदियों को छुआ है जहां विरले ही पहुुंचते हैं।
ज्ञानवती ओ.पी जैन मैमोरियल ट्रस्ट चंडीगढ़ के संचालक व चेयरमैन भूपेंद्र जैन की ओर से नई दिल्ली में आयोजित विशाल कार्यक्रम में सर्वोच्च न्यायालय के प्रमुख न्यायाधीश राजेश बिंदल के साथ-साथ हरियाणा, पंजाब व दिल्ली से अन्य न्यायमूर्ति व देश के प्रमुख स्थलों से भी गणमान्यजनों ने इस कार्यक्रम में शामिल होकर डॉ. तजाइना विक्रांत बजाज को उनकी पुस्तक लेखन के लिए आशीर्वाद दिया।
इस अवसर पर मुख्यातिथि न्यायमूर्ति राजेश बिंदल ने डॉ. तजाइना विक्रांत बजाज द्वारा इतनी कम आयु में कानून की बारीक जानकारियां देने के लिए विशेष रूप से उन्हें पुरस्कृत करते हुए कहा कि निश्चित रूप से ऐसे बच्चों की प्रतिभा को देखते हुए कहा जा सकता है कि देश का भविष्य पूर्ण रूप से उज्जवल है।
उन्होंने आशा व्यक्त की कि व्यापक कानूनी जानकारियों से समावेशित इस पुस्तक से कानूनी क्षेत्र में रूचि रखने वाले विद्यार्थी काफी लाभान्वित होंगे। वहीं डॉ. तजाइना विक्रांत बजाज ने इस अवसर पर कहा कि वर्तमान समय में प्रत्येक व्यक्ति को कानूनी जानकारियां होनी आवश्यक हैं जो उनके ज्ञान व सुचारू जीवन के लिए परमावश्यक है।
डॉ. बजाज ने ज्ञानवती ओ.पी जैन मैमोरियल ट्रस्ट चंडीगढ़ के संचालक व चेयरमैन भूपेंद्र जैन की भी भूरि भूरि प्रशंसा की जो नियमित रूप से सामाजिक विकास की दिशा में अपने ट्रस्ट के माध्यम से जरूरतमंदों की पूरी सहायता करते हैं। कार्यक्रम की मेजबानी प्रमुख व्यवसायी गंगाराम बजाज के नाती अमन मोंगा ने की।
उल्लेखनीय है कि डॉ. तजाइना विक्रांत बजाज सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा स्थित इंटरनेशनल स्कूल सिरसा की छात्रा है जो निरंतर कानूनी क्षेत्र में गहन अध्ययन के साथ इस व्यवस्था को बारीकी से लेखन के माध्यम से पूरे समाज को लाभान्वित कर रही है।
काबिलेजिक्र है कि डॉ. तजेना को फरीदाबाद में मैजिक बुक ऑफ रिकॉडर्स के चलते संस्था द्वारा डॉक्टरेट की मानद उपाधि देकर सम्मानित किया था।
डॉ. तजेना विक्रांत बजाज ने इस अवसर पर आईपीसी की तमाम धाराओं को कंठस्थ कर मौके पर सुनाया था जिसके चलते उन्हें उपरोक्त मानद उपाधि से अलकंृत किया गया था। वहीं डॉ. तजाइना विक्रांत बजाज की इस उपलब्धि पर सिरसा शहर की तमाम सामाजिक संस्थाओं व गणमान्यजनों ने प्रसन्नता व्यक्त कर उन्हें हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं।