
वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पाकिस्तान से हुए संघर्ष को रोकने के फैसले का समर्थन किया। उन्होंने कहा, ‘युद्ध में लोगों का अहंकार हावी हो जाता है। इसलिए संघर्ष बढ़ते चला जाता है। हमने एक अच्छा उदाहरण पेश किया। हमारा मकसद साफ था। हमारा मकसद आतंकियों को सबक सिखाना था, ताकि वे दुस्साहस करने से पहले दो बार सोचें और उन्हें पता चले कि उन्हें किस हद तक कीमत चुकानी पड़ सकती है। ऐसे में एक बार जब हमने अपना उद्देश्य हासिल कर लिया, तो हमें रुकने के सभी अवसर तलाशने चाहिए, नकि संघर्ष को जारी रखना चाहिए। हमने उस रात कई बार यह सुना। मेरे कुछ बहुत करीबी लोगों ने कहा, ‘और मारना था’। लेकिन क्या हम युद्ध जारी रख सकते हैं? हमें युद्ध क्यों जारी रखना, जब हम इसे रोक सकते हैं। राष्ट्र ने एक अच्छा निर्णय लिया। हम भी उस फैसले का हिस्सा थे, लेकिन इसे सिर्फ हम ही नहीं ले सकते थे। यह फैसला उच्च स्तर पर लिया गया। यह एक अच्छा फैसला था।’
