
अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन में सेना की तैनाती को लेकर चल रहे विवाद के बीच सोमवार को राष्ट्रपति ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि शायद लोग तानाशाह को पसंद करते हैं। उन्होंने यह बात उस समय कही जब वे राजधानी वॉशिंगटन में कानून-व्यवस्था को लेकर नए सख्त कदमों की घोषणा कर रहे थे। व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में करीब 80 मिनट की लंबी प्रेस वार्ता में ट्रंप ने अपने आलोचकों पर जमकर हमला बोला।
इस दौरान ट्रंप ने वॉशिंगटन में चल रहे विरोध को लेकर कहा कि उन्हें नेशनल गार्ड के जरिए अपराध और अवैध प्रवास पर की गई कार्रवाई के लिए सराहा नहीं जा रहा। इस दौरान ट्रंप ने कहा कि लोग कहते हैं, हमें इसकी जरूरत नहीं है, हमें आजादी चाहिए, ये तानाशाह है। लेकिन बहुत से लोग कह रहे हैं, शायद हमें तानाशाह पसंद है। हालांकि ट्रंप ने बाद में खुद को तानाशाह कहे जाने से इनकार करते हुए कहा कि मैं तानाशाह नहीं हूं। मैं एक समझदार और स्मार्ट इंसान हूं।
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ट्रंंप ने दी बड़ी चेतावनी
इस दौरान ट्रंप ने एक बड़ा संकेत दिया कि वे शिकागो और बाल्टीमोर जैसे डेमोक्रेटिक शासित शहरों में भी सेना भेज सकते हैं। इससे पहले वे जून में लॉस एंजिलिस में नेशनल गार्ड भेज चुके हैं, हालांकि वहां के मेयर और गवर्नर इसके खिलाफ थे। उन्होंने इलिनॉय के गवर्नर जेबी प्रिट्जकर पर भी निशाना साधते हुए कहा कि जब मैं शहरों को बचाता हूं, तो कहते हैं कि मैं रिपब्लिक पर कब्जा करना चाहता हूं। ये लोग बीमार हैं। साथ ही, ट्रंप ने वॉशिंगटन की पुलिस पर भी संघीय नियंत्रण और सुरक्षा के लिए एक विशेष नेशनल गार्ड यूनिट बनाने का आदेश दिया।
ब्लैक लोगों को लेकर क्या बोले ट्रंप
इसी के साथ ट्रंप ने ब्लैक लोगों को लेकर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने प्रेस वार्ता के दौरान ट्रंप ने विरोधियों द्वारा उन्हें नस्लवादी कहने पर सफाई दी। ट्रंप ने कहा कि मैं ब्लैक लोगों से प्यार करता हूं, लेकिन इसके तुरंत बाद एक एल सल्वाडोर के अप्रवासी को जानवर कह दिया, जिसे युगांडा भेजने की योजना है।
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अमेरिकी झंडा जलाने को लेकर ट्रंप का सख्त एक्शन
इस दौरान ट्रंप ने वॉशिंगटन में अपराध रोकने के लिए नई कार्यवाहियों की घोषणा की। उन्होंने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए, जिसके तहत अब अमेरिकी झंडा जलाने पर एक साल की सख्त जेल की सजा होगी। यह सुप्रीम कोर्ट के उस पुराने फैसले के खिलाफ है, जिसमें झंडा जलाना अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता माना गया था। उन्होंने कहा कि अगर कोई झंडा जलाएगा तो उसे एक साल की जेल होगी बिना किसी रियायत के।