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सीएसजेएमयू विश्वविद्यालय में पहली बार कर्मकांड कोर्स की शुरुआत हो रही है. कोर्स में दाखिले की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.

विश्वविद्यालय में हिंदी संस्कृत और हिंदू स्टडीज के बाद कर्मकांड और ज्योतिर्विज्ञान की शुरुआत होने जा रही है. छात्रों को धर्म संस्कृति से जोड़ने के उद्देश्य से इस कोर्स को शुरू किया गया है. इस कोर्स में दाखिले की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है. 12वीं पास करने वाला कोई भी छात्र इसमें आवेदन कर सकते हैं. प्रत्येक कोर्स में 25 सीटें निर्धारित है. कोर्स को करने के बाद छात्र के पास पुरोहित का प्रमाण पत्र रहेगा. जिसके जरिए छात्र भारतीय सेना में धर्म शिक्षक की पोस्ट पर नौकरी कर सकते हैं. बता दे कि भारतीय सेना में धर्म शिक्षक की पोस्ट पर कर्मकांड का डिप्लोमा अनिवार्य होता है, यह कोर्स इसमें मदद करेगा.
कर्मकांड में 1 साल डिप्लोमा कोर्स की फीस 5000 रुपए, 6 माह के सर्टिफिकेट कोर्स की फीस 2500 रुपए, ज्योतिर्विज्ञान से परास्नातक की फीस 7000, छह माह के सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम 2500, पीजी डिप्लोमा दीनदयाल अध्ययन के 1 साल की कोर्स फीस 5000 रुपए है. वहीं, भारतीय ज्ञान परंपरा का 6 माह का व्यवसायिक पाठ्यक्रम के कोर्स की फीस 500 रुपए है. विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ विशाल शर्मा का कहना है कि सीएसजेएमयू में पहली बार कर्मकांड विषय पर डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स की पढ़ाई शुरू होगी. दाखिले की प्रक्रिया चल रही है. 12वीं पास छात्र भी इन कोर्स में दाखिला ले सकते है.