चंडीगढ़ (दैनिक हरियाणा)। करीब आठ सालों के बाद हरियाणा में बिजली की दरों में बढ़ोतरी की गई है। सरकार बिजली उपभोक्ताओं पर लगातार सख्ती बरत रही है। बिजली निगम ने डिफाल्टरों से बकाया वसूली का अभियान तो चलाया ही हुआ है अब हरियाणा में बिजली के रेट में वृद्धि करके उपभोक्ताओं को एक और झटका दिया है। मंगलवार को हरियाणा विद्युत नियामक आयोग ने बिजली दरों में 20-30 पैसे प्रति किलोवाट की बढ़ोतरी की है। निगम ने हरियाणा के घरेलू उपभोक्ताओं के लिए 0-50 यूनिट खपत पर दर 2 रुपये से 2.20 रुपये कर दी है।
Haryana Electricity Tariff:
Haryana Electricity Rates: हरियाणा प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं के लिए बड़ी खबर है। हरियाणा में बिजली की नई दरें लागू हो गई है, जिसके बाद घर या दुकानों में बिजली की खपत पर अब ज्यादा पैसे देने होंगे। दरअसल, हरियाणा की इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कंपनी (HERC) ने बिजली के नए टैरिफ तय किए हैं, कंपनी ने प्रति किलोवॉट 20-30 पैसे की बढ़त की गई है।
हरियाणा के घरेलू उपभोक्ताओं के लिए HERC ने बिजली के दाम 20 पैसे बढ़ाए हैं। अब 0 से 50 यूनिट की स्लैब के लिए 2.20 रुपये प्रति किलोवॉट देने होंगे, जो पहले 2 रुपये थे. ऐसे ही, 51 से 100 यूनिट के बीच बिजली खपत होने पर 2.50 रुपये की जगह 2.70 रुपये देने होंगे।
100 यूनिट से ज्यादा की खपत पर इतने दाम
मंगलवार (1 अप्रैल) की देर शाम हरियाणा विद्युत आयोग ने हरियाणा में बिजली के नए टैरिफ की लिस्ट जारी की। नए टैरिफ के अनुसार, 100 यूनिट से ज्यादा की खपत पर 0-150 यूनिट के लिए 2.95 रुपये प्रति किलोवॉट देने होंगे।
निगम के बयान के अनुसार, हरियाणा में वित्त वर्ष 2020-21 में श्रेणी-I के लिए टैरिफ 2.70 रुपये प्रति यूनिट से घटाकर 2 रुपये (0-50 यूनिट प्रति माह) किया गया था और 51 यूनिट से 100 यूनिट के बीच खपत के मामले में टैरिफ 4.50 रुपये प्रति यूनिट से घटाकर 2.50 रुपये प्रति यूनिट किया गया था, जो अब नए आदेश में 2.20 रुपये और 2.70 रुपये प्रति यूनिट निर्धारित किया गया है।
एमएमसी के बोझ से मिलेगी राहत
इसके अलावा, यह नया टैरिफ स्ट्रक्चर नए मासिक शुल्क (एमएमसी) के बोझ को खत्म करके परिवारों को तत्काल राहत प्रदान करता है. हालांकि, दो-भागीय टैरिफ व्यवस्था शुरू की गई है जिसमें 300 यूनिट तक मासिक ऊर्जा खपत वाले घरेलू उपभोक्ताओं पर कोई निश्चित शुल्क नहीं लगाया जाएगा।
निगम का दावा है कि कैटेगरी-I के घरेलू उपभोक्ताओं के लिए टैरिफ अभी भी पड़ोसी राज्यों में सबसे कम है। नए रेट के मुताबिक 151-300 यूनिट के स्लैब के लिए दर 5.25 रुपये प्रति किलोवाट घंटा है, 301 से 500 यूनिट तक यह 6.45 रुपये प्रति किलोवाट घंटा होगी और 500 यूनिट से अधिक की खपत के लिए यह दर 7.10 रुपये प्रति किलोवॉट घंटा होगी.