
अमेरिका और भारत के बीच टैरिफ को लेकर चल रहे विवाद के बीच इस्राइल ने खुलकर भारत का समर्थन किया है। इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि भारत एशिया में एक मजबूत और भरोसेमंद साझेदार है। नेतन्याहू ने उम्मीद जताई कि अमेरिका और भारत के बीच जो भी मौजूदा मतभेद हैं, वे जल्द ही सुलझ जाएंगे।
नेतन्याहू ने बृहस्पतिवार को यरुशलम स्थित अपने कार्यालय में इस्राइल में भारत के राजदूत जेपी सिंह से भी मुलाकात की। प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार, बैठक में सुरक्षा और आर्थिक मुद्दों पर भी विस्तार से बातचीत हुई। अमेरिका-भारत टैरिफ विवाद पर नेतन्याहू ने कहा, भारत और अमेरिका दो बेहतरीन दोस्त हैं। दोनों देशों के बीच इतनी गहरी दोस्ती है कि किसी भी समस्या का हल आसानी से निकाला जा सकता है। टैरिफ मुद्दे का समाधान दोनों देशों के हित में होगा। नेतन्याहू ने कहा, मैं जल्द ही भारत आना चाहूंगा।
नेतन्याहू बोले-गाजा पर कब्जा नहीं करना चाहता
नेतन्याहू ने कहा कि इस्राइल गाजा पर कब्जा नहीं करना चाहता और उसका एकमात्र उद्देश्य हमास को नष्ट करना और इस पट्टी को एक अस्थायी सरकार को सौंपना है। इस्राइली प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि इस्राइल जल्द से जल्द युद्ध समाप्त करके गाजा की सुरक्षा का नियंत्रण अपने हाथ में लेना चाहता है। इस्राइली दौरे पर आए भारतीय पत्रकारों के एक समूह के साथ बातचीत में, नेतन्याहू ने कहा कि गाजा में 20 लाख टन से ज्यादा खाद्य सामग्री भेजी गई थी, लेकिन हमास के लड़ाकों ने आपूर्ति रोक दी।
ब्राजील के राष्ट्रपति ने पीएम मोदी से की बात
इससे पहले, ब्राजील के राष्ट्रपति लुईज इनासियो लूला दा सिल्वा ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की। यह फोन कॉल इसलिए भी अहम है, क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत और ब्राजील पर लगातार टैरिफ की धमकियों के जरिए दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। कॉल के दौरान प्रधानमंत्री ने पिछले महीने अपनी ब्राजील यात्रा का जिक्र किया। तब दोनों नेताओं ने व्यापार, प्रौद्योगिकी, ऊर्जा, रक्षा, कृषि, स्वास्थ्य और लोगों के बीच संबंधों में सहयोग को मजबूत करने की रूपरेखा पर सहमति जताई थी। इन चर्चाओं के आधार पर उन्होंने भारत-ब्राजील रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। दोनों नेताओं ने आपसी हित के विभिन्न क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। दोनों नेताओं ने संपर्क में बने रहने पर सहमति जताई।