श्रीनगर के दाचीगाम में जिस लिदवास इलाके में सेना ने आतंकियों को मारा है वहां से पुलवामा जिले का त्राल जंगल के रास्ते करीब 20 किलोमीटर ही दूर है। त्राल आतंकियों का गढ़ रहा है। यही नहीं, यह मुठभेड़ स्थल पहलगाम के बायसरन से 40 किलोमीटर दूर है। बायरन में ही आतंकियों ने 25 पर्यटकों और एक स्थानीय निवासी की हत्या कर दी थी।
पुलवामा जिले का त्राल इलाका आतंकियों की मौजूदगी वाला सबसे सक्रिय इलाका है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद रक्षा विशेषज्ञों ने भी दो आशंकाएं जताई थीं। पहली आतंकियों के पुलवामा जिले में होने और दूसरी पाकिस्तान भाग जाने की।
Trending Videos
2 of 15
ऑपरेशन महादेव के दौरान श्रीनगर के बाहरी इलाके में मुठभेड़ स्थल के पास तैनात सुरक्षाबल।
– फोटो : बसित जरगर
यहीं से रची गईं तमाम हमलों की साजिश
यदि मारे गए आतंकी पहलगाम हमले में शामिल थे तो निश्चित तौर पर ये हमले के बाद पुलवामा के त्राल में छिपे होंगे। इसी जिले से कश्मीर में होने वाली तमाम बड़ी साजिश रची गई हैं जिसमें 2019 का सीआरपीएफ पर काफिल पर हुआ हमला भी शामिल है।
3 of 15
ऑपरेशन महादेव के दौरान श्रीनगर के बाहरी इलाके में मुठभेड़ स्थल के पास तैनात सुरक्षाबल।
– फोटो : बसित जरगर
पुलवामा के ही त्राल का रहने वाला बुरहान वानी, रियाज नायकू जैसे आतंकी रहे हैं। पूर्व बिग्रेडियर विजय सागर का कहना है कि पुलवामा आतंकियों का गढ़ रहा है। अब भी यहां आतंकी षड्यंत्र रचे जा रहे हैं। पुलवामा हमला करने वाले भी पुलवामा में ही आकर छिपे थे जिन्हें स्थानीय स्तर पर पनाह मिली।
4 of 15
ऑपरेशन महादेव के दौरान श्रीनगर के बाहरी इलाके में मुठभेड़ स्थल के पास तैनात सुरक्षाबल।
– फोटो : बसित जरगर
पुलवामा में ये बड़े हमले हुए
2003: 24 कश्मीरी पंडितों की आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी।
2005: कार में ब्लास्ट होने से दो बच्चों समेत 13 लोगों की मौत
2019: सीआरपीएफ के 44 जवान आतंकी हमले में बलिदान
5 of 15
ऑपरेशन महादेव के दौरान श्रीनगर के बाहरी इलाके में मुठभेड़ स्थल के पास तैनात सुरक्षाबल।
– फोटो : बसित जरगर
ऑपरेशन सिंदूर के बाद…
15 मई 2025: पुलवामा के त्राल में तीन आतंकी मारे गए
2 जून 2025 : श्रीनगर में पांच आतंकी गिरफ्तार किए गए
29 जून: राजोरी जिले में एलओसी पर दो आतंकी मार गिराए
26 जून: उधमपुर के वसंतगढ़ में जैश का टाप कमांडर मौलवी मारा गया