
नागपुर के कोराड़ी देवी मंदिर परिसर में रविवार को बड़ा हादसा हो गया। मंदिर के निर्माणाधीन गेट का हिस्सा अचानक ढहने से 17 मजदूर घायल हो गए, जिनमें तीन की हालत गंभीर है। हादसे के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई। पुलिस और एनडीआरएफ की टीम ने तत्काल मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव अभियान शुरू किया। अधिकारियों का कहना है कि मलबा हटाने का काम जारी है और घटना की जांच की जा रही है।
यह हादसा नागपुर के खापरखेड़ा से कोराड़ी मंदिर मार्ग पर तब हुआ, जब मंदिर के मुख्य द्वार का निर्माण कार्य चल रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, मजदूर ढांचे के नीचे काम कर रहे थे, तभी अचानक तेज कंपन के बाद पूरी संरचना गिर पड़ी। घटना के समय करीब 20 लोग काम पर थे, जिनमें से 17 घायल हो गए। गेट का गिरना इतना तेज और अचानक था कि मजदूरों को संभलने का समय नहीं मिला।
#WATCH | Maharashtra | Portion of an under-construction structure collapsed during the construction of a gate located on Khaparkheda to Koradi Temple route in Nagpur. A few construction workers reportedly trapped. No casualties have been reported so far. NDRF and Police have… pic.twitter.com/F3CwYYCGoc
— ANI (@ANI) August 9, 2025
बचाव अभियान में जुटी टीमें
नागपुर डीसीपी निकेतन कदम ने बताया कि हादसे के तुरंत बाद पुलिस और एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची। एनडीआरएफ के इंस्पेक्टर कृपाल मूले के अनुसार, जब टीम वहां पहुंची तो ढांचा पूरी तरह गिर चुका था। पहले शारीरिक खोज की गई, फिर डॉग स्क्वाड से तलाश की गई। फिलहाल किसी के मलबे में फंसे होने की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन मलबा पूरी तरह हटाने के बाद ही अंतिम बयान दिया जाएगा।
#WATCH | Nagpur slab collapse incident | Inspector Krupal Mule of 5 Battalion NDRF says, “When the team of 5 Battalion NDRF reached here, the structure had completely collapsed. When we asked, we were told that everyone who was working here were injured but all of them were… pic.twitter.com/5xyrf2zHCc
— ANI (@ANI) August 9, 2025
घायलों की स्थिति
घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों के अनुसार, तीन मजदूरों की हालत गंभीर बनी हुई है और उनका विशेष इलाज चल रहा है। बाकी घायल मजदूरों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। प्रशासन ने घायलों और उनके परिवारों को हर संभव मदद देने का भरोसा दिलाया है।
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जांच और शुरुआती कारण
अधिकारियों का कहना है कि हादसा संभवतः निर्माण कार्य के दौरान इस्तेमाल होने वाले उपकरणों के कंपन की वजह से हुआ। इससे ढांचे की स्थिरता कमजोर हुई और पूरी संरचना एक साथ गिर पड़ी। घटना के कारणों की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। मलबा करीब 4-5 फुट ऊंचा है और पूरी तरह हटाने में समय लग सकता है। स्थानीय प्रशासन ने इलाके में सुरक्षा और निगरानी बढ़ा दी है ताकि आगे कोई हादसा न हो।