
जरांगे इस मांग को लेकर अभियान चला रहे हैं कि सभी मराठों को कुनबी के रूप में मान्यता दी जाए (एक कृषि प्रधान जाति, जो ओबीसी श्रेणी में शामिल है), जिससे उन्हें शिक्षा और सरकारी नौकरियों में आरक्षण का पात्र बनाया जा सके।
जरांगे इस मांग को लेकर अभियान चला रहे हैं कि सभी मराठों को कुनबी के रूप में मान्यता दी जाए (एक कृषि प्रधान जाति, जो ओबीसी श्रेणी में शामिल है), जिससे उन्हें शिक्षा और सरकारी नौकरियों में आरक्षण का पात्र बनाया जा सके।