
ओडिशा में लगातार सामने आ रहे नाबालिग लड़कियों के आत्मदाह के मामलों को लेकर विपक्ष ने हमला बोला है। ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने राज्य की भाजपा सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि भाजपा बेटियों में सुरक्षा का विश्वास पैदा नहीं कर सकी। सरकार ऐसी व्यवस्था बनाने में फेल रही जहां बेटियां सुरक्षित, सम्मानित महसूस करें। एक महीने के अंदर इसी तरह की घटनाओं में चार लड़कियों की मौत हो चुकी है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने एक्स पर पोस्ट में लिखा कि यह जानकर बहुत दुःख, सदमा और पीड़ा हुई कि बरगढ़ के गैसिलाट की एक और लड़की ने खुद को आग लगाकर जान दे दी। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उस बच्ची के साथ हैं और परिवार के साथ प्रार्थनाएं हैं। ईश्वर परिवार के सदस्यों को इस अपूरणीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा कि यह बेहद दुखद है कि हमारी लड़कियां अपनी जान लेने के लिए खुद पर ज्वलनशील पदार्थ छिड़क रही हैं और यह हृदयविदारक है। एक महीने के भीतर ऐसी ही परिस्थितियों में चार बच्चियों की जान जा चुकी है। हर मासूम की मौत में ओडिशा की एक बेटी का दर्द छिपा है जो इतना असहनीय हो गया कि उसे अपनी जान लेने के अलावा कोई और रास्ता नहीं सूझा। ये चार मौतें कोई छिटपुट मामले नहीं हैं। ऐसी कई लड़कियां हैं जो हर दिन अपराध का शिकार होकर सबसे दुखद तरीके से मर रही हैं।
पूर्व सीएम ने कहा कि एनकी हताशा सिर्फ व्यक्तिगत त्रासदी नहीं है। हर त्रासदी उनकी चीखें न सुन पाने की नाकामी को दर्शाती है। भाजपा प्रशासन व्यवस्था में विश्वास पैदा करने में नाकाम रहा है, जहां हमारी बेटियां सुरक्षित, मूल्यवान और सुनी हुई महसूस करें। भाजपा सरकार इन मामलों को रोकने के लिए कब तक इंतज़ार करेगी? भाजपा सरकार की दर्दनाक चुप्पी और निष्क्रियता ओडिशा की बेटियों को और भी असुरक्षित बना रही है।
बरगढ़ में 13 वर्षीय छात्रा ने दी जान
ओडिशा के बरगढ़ जिले के एक गांव में कथित तौर पर खुद को आग लगाने वाली 13 वर्षीय स्कूली छात्रा ने सोमवार को बुर्ला के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया। बरगढ़ जिले के प्रभारी बोलांगीर के एसपी अभिलाष जी ने बताया कि बुर्ला स्थित वीर सुरेंद्र साईं आयुर्विज्ञान एवं अनुसंधान संस्थान (VIMSAR) में लड़की की मौत हो गई। आठवीं कक्षा की छात्रा ने खुद को आग लगाने के लिए पेट्रोल का इस्तेमाल किया।’
एक महीने के अंदर चौथी ऐसी घटना
यह घटना 12 जुलाई से अब तक तीन अन्य महिलाओं की जलकर मौत के बाद हुई है। उसी दिन बालासोर में एक 20 वर्षीय छात्रा ने अपने कॉलेज परिसर में खुद को आग लगा ली और 14 जुलाई को एम्स भुवनेश्वर में उसकी मौत हो गई। 19 जुलाई को बालांगा में एक नाबालिग लड़की को कथित तौर पर तीन बदमाशों ने आग लगा दी और 2 अगस्त को एम्स दिल्ली में उसकी मौत हो गई। तीसरी ऐसी घटना 6 अगस्त को केंद्रपाड़ा जिले में हुई, जब पट्टामुंडई (ग्रामीण) थाना क्षेत्र में एक तृतीय वर्ष की स्नातक छात्रा का जला हुआ शव उसके घर से मिला।