
रूस से तेल खरीदने पर अमेरिका की ओर से लगाए गए 50 फीसदी टैरिफ को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शुक्रवार को फोन पर बात की। इस दौरान पुतिन ने पीएम मोदी को यूक्रेन युद्ध को लेकर जानकारी दी। पीएम मोदी ने संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के लिए भारत के रुख को दोहराया। दोनों नेताओं ने भारत-रूस साझेदारी को मजबूत करने पर भी बात की। वहीं पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन को इस साल के अंत में वार्षिक द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन में भारत आने का न्योता दिया। यह बातचीत इसलिए भी अहम है, क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस से तेल खरीदने पर 50 फीसदी टैरिफ लगाकर भारत पर दबाव बनाने की कोशिश की है।
Had a very good and detailed conversation with my friend President Putin. I thanked him for sharing the latest developments on Ukraine. We also reviewed the progress in our bilateral agenda, and reaffirmed our commitment to further deepen the India-Russia Special and Privileged…
— Narendra Modi (@narendramodi) August 8, 2025
पीएम नरेंद्र मोदी ने एक्स पर लिखा कि मेरे मित्र राष्ट्रपति पुतिन के साथ बहुत अच्छी और विस्तृत बातचीत हुई। मैंने यूक्रेन पर नवीनतम घटनाक्रम साझा करने के लिए उनका धन्यवाद किया। हमने अपने द्विपक्षीय एजेंडे में प्रगति की भी समीक्षा की और भारत-रूस विशेष एवं विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने की प्रतिबद्धता दोहराई। मैं इस वर्ष के अंत में भारत में राष्ट्रपति पुतिन की मेजबानी करने के लिए उत्सुक हूं।
मॉस्को के दौरे पर हैं डोभाल
पीएम नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति पुतिन के बीच बातचीत ऐसे वक्त में हुई जब भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल मॉस्को के दौरे पर हैं। उन्होंने गुरुवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की थी। उन्होंने रूस के साथ सभी मोर्चों पर सहयोग जारी रखने की भारत की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से राष्ट्रपति पुतिन को इस वर्ष के अंत में भारत आने का निमंत्रण दिया था, जिसे पुतिन ने स्वीकार कर लिया।
ब्राजील के राष्ट्रपति ने किया था फोन
इससे पहले गुरुवार को पीएम नरेंद्र मोदी को ब्राजील के राष्ट्रपति लुईज इनासियो लूला दा सिल्वा का फोन आया था। कॉल के दौरान प्रधानमंत्री ने पिछले महीने अपनी ब्राजील यात्रा का जिक्र किया था। तब दोनों नेताओं ने व्यापार, प्रौद्योगिकी, ऊर्जा, रक्षा, कृषि, स्वास्थ्य और लोगों के बीच संबंधों में सहयोग को मजबूत करने की रूपरेखा पर सहमति जताई थी। इन चर्चाओं के आधार पर उन्होंने भारत-ब्राजील रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। दोनों नेताओं ने आपसी हित के विभिन्न क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। दोनों नेताओं ने संपर्क में बने रहने पर सहमति जताई।