
वाराणसी में बुधवार को गंगा में उफान कम हुआ तो जलधारा सड़कों और गलियों से वापस घाटों की सीढ़ियों तक लौटने लगी है। गंगा बाबा विश्वनाथ मंदिर के गंगा द्वार से 12 सीढ़ी नीचे हैं। वहां ललिता घाट और दीवारें पूरी तरह से पानी में डूबी हैं।

नमो घाट बुधवार को लगातार तीसरे दिन भी बंद रहा। किसी भी पर्यटक या श्रद्धालुओं को आने-जाने नहीं दिया गया। राजघाट की सड़क पर लगा पानी पीछे हटकर वापस सीढ़ियों पर चला गया। घाटों पर मंदिरों के शिखर का कुछ हिस्सा दिखने लगा है।

2 of 13
Flood In Varanasi
– फोटो : अमर उजाला
मणिकर्णिका घाट की ओर से आया पानी अब गली में आश्रम के गेट से थोड़ा पीछे हो गया है। शवों को पानी के रास्ते नाव से ले जाकर छत पर अंत्येष्टि कराई जा रही। एक बार में 7-8 शव ही जल पा रहे हैं।

3 of 13
Flood In Varanasi
– फोटो : अमर उजाला
सामनेघाट की कॉलोनियों से लौट रहा पानी
दशाश्वमेध और शीतला घाट के बाहर सड़क तक पानी लगा हुआ है। लोग वहीं स्नान कर रहे हैं। अस्सी घाट को पार करके बाजार में पहुंची जलधारा अब जगन्नाथ मंदिर के द्वार तक आ गई है।

4 of 13
वाराणसी में सोमवार को गंगा में आई बाढ़ के पानी में पूरा जलमग्न सिंधिया घाट स्थित दत्तात्रेय मंदिर
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
वहीं सामनेघाट पर महेश नगर समेत कई कॉलोनियों से पानी वापस लौटना शुरू हो चुका है, हालांकि सड़क पर करीब 200 मीटर तक गंगा का पानी 3-4 फीट तक लगा रहा। इससे लोगों को आवाजाही में दिक्कतें हुईं।

5 of 13
वाराणसी में सोमवार को गंगा में आए बाढ़ के पानी में पूरा जलमग्न हुआ सिंधिया घाट स्थित दत्तात्रेय मंदि
– फोटो : पुलिस
राहत सामग्री न मिलने पर किया हंगामा
नगवा गंगोत्री विहार इलाके में बाढ़ में फंसे आधा दर्जन से ज्यादा लोगों ने बुधवार देर शाम राहत सामग्री न मिलने पर हंगामा कर दिया। नगवा प्राथमिक विद्यालय में बने राहत शिविर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।