सिरसा, 7 अगस्त। प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने गत दिवस चंडीगढ़ में आढ़तियों को धान पर दामी बढ़ाकर देने की जो घोषणा की गई थी, वह नाकाफी व आधी अधूरी है। यह सिर्फ आढ़तियों को एक चुनावी लोलीपोप है। इससे किसी भी सूरत में आढ़तियों का भला नहीं हो सकता। यह बात आढ़ती एसोसिएशन सिरसा के प्रधान मनोहर मेहता ने आज एसोसिएशन के कार्यालय में एसोसिएशन की बैठक में उपस्थित पदाधिकारियों व आढ़तियों को संबोधित करते हुए कही।
मेहता ने कहा कि सीएम ने केवल धान पर दामी बढ़ाने की घोषणा की है, जबकि आढ़तियों की मांग है कि सरकार सभी फसलों पर अढ़ाई प्रतिशत दामी दी जाए। नरमा पर भी सरकार को पूरी दामी देने की घोषणा करनी चाहिए क्योंकि जब नरमा की खरीद सीसीआई करती है, तब आढ़तियों को दामी नहीं मिलती है। इसके अलावा सरसों पर भी सरकार को पूरी दामी देने की घोषणा करनी चाहिए।
मेहता ने कहा कि मार्केटिंग बोर्ड के नियमों में आढ़तियों को प्रत्येक फसल पर अढ़ाई प्रतिशत दामी देने का प्रावधान है, लेकिन सरकार नियमानुसार दामी देने की बजाय केवल धान पर दामी बढ़ाकर वाहवाही लूटना चाहती है जो अनुचित है।
शॉर्टेज के लिए सरकार की ओर से 12 करोड़ रुपये देने के बारे में प्रधान ने कहा कि यह घोषणा भी अधूरी है क्योंकि 12 करोड़ रुपये तो केवल एक जिले के ही हैं। बाकी के 21 जिलों के शॉर्टेज के करोड़ों रुपये हैं, उनका भुगतान कौन करेगा। उन्होंने कहा कि किसान व आढ़ती का चोली-दामन का साथ है।
इसलिए सरकार को चाहिए कि आधी अधूरी घोषणाए करने की बजाय सभी जींसों पर पूरी दामी देनी चाहिए ताकि आढ़त का धंधा चौपट न हो। मेहता ने कहा कि इस संबंध में जल्द ही जिले के सभी आढ़तियों की एक बैठक बुलाई जाएगी जिसमें आढ़तियों की मांगों पर मंथन किया जाएगा।
बैठक में धरना-प्रदर्शन करने के अलावा हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने का निर्णय लिया जाएगा। आज की बैठक में सचिव दीपक मित्तल, कोषाध्यक्ष कुणाल जैन, सह सचिव महावीर शर्मा, सुशील रहेजा, सुशील कस्वां, कृष्ण गोयल, दीपक नड्डा, हन्नी अरोड़ा, हनीश गर्ग, सुधीर ललित मेहता सहित अन्य आढ़ती मौजूद थे।