सिरसा। श्री बाबा तारा कुटिया के मुख्य सेवक गोबिंद कांडा ने कहा कि इस बार प्रदेश में गठबंधन की सरकार बनेगी। सरकार में सिरसा का अहम योगदान होगा। हरियाणा लोकहित पार्टी, इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी व बसपा मिलकर सरकार बनाएंगे। गोबिंद कांडा आज गठबंधन की ओर से आयोजित जनसभाओं को संबोधित कर रहे थे। आज उन्होंने गांव शहीदांवाली, बेगू, ढाणी करड़वाल, धिंगतानियां व शेरपुरा गांव में जनसभाओं को संबोधित किया।
गोबिंद कांडा ने कहा कि हरियाणा लोकहित पार्टी ने सदा जन-जन का सम्मान और लोकहित में काम किया है। आगे भी यह कार्य इसी तरह से जारी रहें इसके लिए जरूरी है कि जनहितैषी सोच रखने वाले, सामाजिक व धार्मिक व्यक्ति गोपाल कांडा को शिप के निशान वाला बटन दबाकर विजयी बनाएं।
उपस्थित जनांे ने गोबिंद कांडा को आश्वासन दिया कि वे गोपाल कांडा के पक्ष में मतदान कर उन्हें विजयी बनाएंगे। इससे पूर्व गांवों में पहुचंने पर ग्रामीणों ने ढोल-नगाड़ों की थाप पर गोबिंद कांडा का स्वागत किया।
कई गांवों में ट्रैक्टरांे के काफिले के साथ गोबिंद कांडा को मंच तक ले जाया गया। जनसभाओं को संबोधित करते हुए गोबिंद कांडा ने कहा कि जब कोरोना काल आया तो विधायक गोपाल कांडा ने सिरसा के परिवार के लिए भरपूर कार्य किया। करीब 30 हजार लोगों के लिए सुबह-शाम का भोजन तैयार कर घर-घर भिजवाया।
दूसरी बार कोरोना काल आया तो सिरसा के सेवा के लिए निजी कोष से करोड़ों रूपये खर्च कर 10 में 150 बैड का अस्पताल बनाकर तैयार करवाया और तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से उद्घाटन करवाया। लोगों को पिछले पांच सालों में हुए विकास कार्य बताए जा रहे हैं साथ ही हलोपा की नीतियों से भी अवगत करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हलोपा सुप्रीमों गोपाल कांडा आगामी पांच वर्षों में बेरोजगारी को खत्म करने के लिए विशेष तौर पर कार्य करेंगे।
अगर बेरोजगारी खत्म होगी तो सिरसा में फेल रहे नशे पर भी अंकुश लगेगा। सिरसा में विशेष जोन बनवाकर फैक्ट्रियां लगाई जाएंगी, ताकि युवाओं को रोजगार मिल सके। इस दौरान लोगों से 5 अक्तूबर के दिन मतदान के समय विधायक भाई गोपाल कांडा के पक्ष में मतदान करने की अपील की।
लोगों ने गोबिंद कांडा को आश्वस्त किया कि वे विधायक के कार्यों और जनहितैषी सोच से प्रभावित हैं और आने वाले चुनावों में भी विधायक गोपाल कांडा को वोट देकर भारी मतों से जीतवाएंगे।
इस अवसर पर सीतामाई, प्रेम चंद, काला चंद, अजय कुमार, पवन कुमार, सुनील कुमार, अनिल, सुशील कुमार, पाला राम, खजान चंद, गुरदयाल सिंह, पप्पू सिंह, करनैल सिंह, राकेश कुमार, कन्नी राम, भाल सिंह भांभू, ओमप्रकाश नंबरदार, बलराम सिंह नांदेवाल, ओमप्रकाश गोदारा, कृष्ण कुमार न्यौल, रामजी लाल न्यौल, सुरेश पचार, महावीर, सुरेन्द्र महेरिया, इंद्रोश गुज्जर, रामसिंह जांगड़ा, राकेश सिंवर, इन्द्रजीत सिंवर, पतराम जांगड़ा, कृष्ण जांगड़ा, सतबीर जांगड़ा, इन्द्र जांगड़ा, श्योलाल जी, ओमप्रकाश भाटी, पाल सिंह बिरड़ा, भूप सिंह नाई, भूप सिंह सोनी, खुशीराम सोनी, महेन्द्र शर्मा, दयाराम जांगड़ा, वेदप्रकाश महेरिया, सुरेन्द्र मील, लादूराम कुसुम्बी, सुरेन्द्र सुंडा, महताब, देवीलाल सिंवर सहित अन्य मौजूद थे।