सिरसा में श्री रामा क्लब चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा रामलीला मंचन का आरंभ 1950 में शुरू हुआ था। भारत पाकिस्तान के विभाजन के पश्चात पाकिस्तान से आए पंजाबी परिवार सिरसा में आकर बस गए और यहां रामलीला मंचन किया। तब से लेकर लगातार रामलीला मंचन हो रहा है। गर्व है कि पूर्वजों के द्वारा लगाया गया रामलीला रूपी पौधा आज वटवृक्ष बन चुका है। रामलीला एवं दशहरा महोत्सव के साथ साथ समाजसेवा के कार्य भी किए जा रहे हैं।
यह बात श्री रामा क्लब चेरिटेबल ट्रस्ट के प्रधान अश्वनी बठला ने कही। उन्होंने बताया कि क्लब के अधिकतर सदस्य पीढ़ी दर पीढ़ी जुड़ रहे हैं और भगवान राम के आदर्श चरित्र को मंचित कर रहे हैं। रामलीला मंचन के दौरान पूरी तरह सात्विकता और मर्यादा का ध्यान रखा जाता है। अभद्र नृत्य, गीतों व डायॅलॉग्स से परहेज किया जाता है।
क्लब में अनेक पात्र ऐसे हैं जो पीढ़ी दर पीढ़ी किरदार निभा रहे हैं। क्लब के प्रधान ने बताया कि रामचंद्र छाबड़ा व रामचंद्र कालड़ा ने क्लब की नींव रखी। इसके वरिष्ठ सदस्यों में आरके भारद्वाज, श्याम बजाज, प्रकाश चंद वधवा, सोमनाथ गुलाटी, हंसराज खुंगर, गोपाल सोनी, हरीश चंद मदान, नारायण मकानी का बहुत सहयोग रहा है।
पूरा परिवार क्लब के मंच को मंदिर के रूप में मानता है तथा पूरे श्रद्धाभाव से मंचन किया जाता है। भगत सिंह पार्क, सरकुलर रोड तथा वाल्मीकि चौक पर वर्षो तक रामलीला का मंचन होता रहा। इसके बाद तत्कालीन उद्योगमंत्री लक्ष्मणदास अरोड़ा ने नेहरू पार्क में क्लब को रामलीला के लिए स्थायी मंच प्रदान किया और मंच निर्माण में आर्थिक सहयोग भी दिया। उनके अलावा सिरसा के पूर्व विधायकों गोपाल कांडा, मक्खन सिंगला, व पूर्व सांसद अशोक तंवर इत्यादि ने भी सहयोग दिया। आज क्लब के पास स्वयं की जगह हैं, जहां भव्य रामलीला मंचित की जाती है।
क्लब में महिला पात्रों का किरदार महिलाएं ही निभाती है। क्लब के मंच पर भगवान राम का मंदिर भी है। उन्होंने कहा कि हालांकि अभी दशहरा महोत्सव के लिए स्थायी जगह उपलब्ध नहीं है। लेकिन जिला प्रशासन द्वारा आॅटो मार्केट स्थित चौ. देवीलाल पार्क के समीप दशहरा ग्राउंड में पुतले दहन का कार्यक्रम करवाया जाता है।
रामलीला के मंच पर हुई थी राम और सीता की शादी
25 सितंबर 2017 में रामा क्लब के मंच पर सीता स्वयंवर के दौरान राम का अभिनय करने वाले ऋषभ गाबा की शादी सिल्की खट्टर(वर्तमान नाम सिया गाबा) से हुई थी जोकि सीता के किरदार में थी। उसके पश्चात से लगातार यही दंपत्ति रामलीला में राम व सीता का अभिनय करते हैं। रविवार को भी जब सीता स्वयंवर का दृश्य मंचित किया गया तो वहां क्लब पदाधिकारियों ने अनूठा प्रयोग किया।
इस दृश्य में राजा जनक, राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न का किरदार निभा रहे सभी पात्रों की वास्तविक पत्नियों ने सुनैना, सीता, उर्मिला, मांडवी व श्रुतिकीर्ति की भूमिका निभाई। इस दृश्य में दशरथ की भूमिका में औम प्रकाश तो सुनैना की भूमिका उनकी पत्नी हरजीत कौर ने निभाई। राम का किरदार ऋषभ गाबा तथा सीता का सिया गाबा ने निभाया।
ऋषभ व सिया गाबा का विवाह भी रामलीला के मंच पर हुआ था। लक्ष्मण की भूमिका गौरव मेहता तो उर्मिला की उनकी पत्नी पल्लवी मेहता ने, अंकुश बांगा ने भरत व उनकी पत्नी सारिका बांगा ने मांडवी, शत्रुघ्न का रोल सौरभ मेहता ने तो उनकी पत्नी भव्या ने श्रुतिकीर्ति का रोल निभाया।