सिरसा(आनंद भार्गव)। हरियाणा में इन दिनों राम राज्य आया हुआ है। मुख्यमंत्री आवास पर इन दिनों रोजाना सम्मेलन हो रहे हैं कभी गो सम्मेलन तो कभी सरपंच सम्मेलन। सरकार हर वर्ग का ख्याल रख रही है। जो भी डिमांडें रखी जा रही है उन्हें पूरा किया जा रहा है। पूरा करे भी क्यों ना, संभवत दो महीनों के बाद प्रदेश में विधानसभा चुनाव है। सत्ताधारी दल बीजेपी ने तो चुनावी रैलियां भी शुरू कर दी है।
मुख्यमंत्री नायब सैनी के नेतृत्व में सुधरी सरकार की छवि
लोकसभा चुनाव से पहले हरियाणा में अचानक मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से इस्तीफा दिलवाया गया और उनकी जगह 12 मार्च को नायब सिंह सैनी को प्रदेश का नया मुख्यमंत्री घोषित किया गया। बेकवर्ड क्लास से आने वाले और सैनी समाज से संबंध रखने वाले नायब सैनी के मुख्यमंत्री बनने के बाद सरकार की छवि में लगातार सुधार के प्रयास किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने जिला स्तर पर अधिकारियों को समाधान शिविर लगाने के आदेश दिये हैं तो स्वयं भी दावा करते हैं कि उनके आवास पर कोई भी आधी रात को मदद के लिए आ सकता है। समाधान शिविरों में मुख्य रूप से शिकायत परिवार पहचान पत्र, प्रॉपर्टी सर्वे, बुढ़ापा, विधवा पेंशन न बनने की है। इन समस्याओं का समाधान तुरंत मौके पर ही करवाया जा रहा है।
पहले जहां लोगों की समस्याएं सुनने वाले अधिकारी नदारद रहते थे। लोगों को दफ्तरों में ही नहीं घुसने दिया जाता था अब तस्वीर बिल्कुल अलग है। समस्या लेकर जाने वालों से प्रेम पूर्वक व्यवहार किया जाता है, उन्हें पानी पूछा जाता है, समस्या जानी जाती है और जहां तक संभव हो उसका समाधान भी होता है
मुख्यमंत्री नहीं छोड़ रहे कोई मुद्दा
विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नायब सैनी विपक्षी दलों को कोई भी बड़ा मुद्दा नहीं देना चाहते। वे हर वर्ग की समस्याओं के समाधान में जुटे हैं। कभी सरपंचों की डिमांडें पूरी की जा रही हैं तो कभी आढ़तियों की मांगें मानी जा रही है।
मंगलवार को तो सरकार ने एचटेट को भी जीवनभर के लिए मान्य कर दिया। किसानों को राजी करने के लिए अंग्रेजों के जमाने का आबियाना माफ कर दिया साथ ही प्रदेश में होने वाली सभी फसलें एमएसपी पर खरीदने का एजेंड़ा भी मंत्रीमंडल की बैठक में पारित कर दिया। अग्निवीरों का मुद्दा हो या फिर बेकवर्ड क्लास का क्रीमीलेयर का मुद्दा सभी का समाधान किया गया है।