कालांवाली। मस्ताना शाह बलोचिस्तानी आश्रम, डेरा जगमालवाली में बुधवार को राधा स्वामी ब्यास के संत गुरिंदर सिंह ढिल्लों व डेरा ब्यास के नए उत्तराधिकारी जशदीप सिंह गिल पूज्य महाराज वकिल साहब जी के निधन के बाद शोक प्रगट करने के लिए आश्रम पहुंचें। राधा स्वामी ब्यास के संत गुरिन्द्र सिंह ढिल्लों सुबह डेरा जगमालवाली में हवाई मार्ग से पहुंचें।
राधा स्वामी ब्यास के संत गुरिन्द्र सिंह ढिल्लों ने डेरा जगमालवाली के महाराज बीरेंद्र सिंह ढिल्लों को पगड़ी पहना कर हुक्म दिया कि पूज्य महाराज वकिल साहब ने आपकी जो ड्यूटी लगाई है उसको शुरू करो। संत ने कहा कि महाराज वकिल साहब द्वारा दी गई ड्यूटी में नामदान और सत्संग भी शुरू करों। उन्होंने कहा कि सबसे प्यार करना। संत गुरिन्द्र सिंह ढिल्लों ने कहा कि जो लोग बिछड़े या गुमराह हुए है ,उनको भी प्यार से समझा कर साथ लगाओ। सबसे प्यार करों। किसी से नफरत नहीं रखनी है। सब अपने है।
बड़ी संख्या में पहुंची संगत, संतों ने दर्शन देकर किया निहाल
डेरा जगमालवाली में सुबह ही हेलिकॉप्टर से संत गुरिन्द्र सिंह ढिल्लों व नए उत्तराधिकारी जसदीप सिंह गिल के साथ पहुंचें। इसके बाद उन्होनें डेरा जगमालवाली के महाराज बीरेंद्र सिंह ढिल्लों से करीबन दो घंटे मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने डेरे के बारे में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि वकिल साहब ने जो रास्ता दिखाया उसी पर चलते हुए भजन बंदगी व सेवा सिमरन करते रहना है। ब्यास के संत गुरिन्द्र सिंह ढिल्लों, संत जसदीप सिंह गिल व जगमालवाली के संत बीरेंद्र सिंह ढिल्लों ने हजारों की संख्या में आई संगत के बीच जाकर दर्शन दिए।
जिससे संगत निहाल हो गई। इस दौरान डेरा में जत्थेदार बलजीत सिंह दादुवाल व उनका पूरा जत्था, डेरा के ट्रस्टी, ग्रीवेंस कमेटी व डेरे के अन्य प्रबंधक कमेटी के सदस्यों ने संत गुरेन्द्र सिंह से मुलाकात की। पूज्य महाराज वकिल साहब के परिवार के सदस्यों से संत गुरिन्द्र सिंह ढिल्लों ने मुलाकात की।