Dainik Haryana, सिरसा: पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण के निर्देश पर जिला पुलिस की ओर से साइबर फ्रॉड के खिलाफ लोगों को जागरूक करने के लिए विशेष एडवाइजरी जारी की गई है । पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने कहा कि मोबाइल, इंटरनेट के बढ़ते इस्तेमाल के साथ ही साइबर ठगी के मामले भी लगातार बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि साइबर ठग लोगों को रोज नए-नए तरीकों से अपने जाल में फांसने में कामयाब हो रहे हैं। अपने जॉब से असतुंष्ट लोगों, जल्दी पैसा कमाने वाले लोगों को साइबर क्रिमिनल आसानी से अपना शिकार बना रहे हैं।
बुजुर्गों के अलावा यहां गृहणियां, युवा सबसे अधिक साइबर क्राइम करने वालों के निशाने पर हैं। पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने कहा कि आजकल साइबर फ्रॉड करने वाले लोग यूट्यूब पर वीडियो लाइक कर पैसा कमाने का झांसा देकर साइबर फ्रॉड को अंजाम दे रहे हैं ।
पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने कहा कि साइबर अपराधी लोगों को फोन कॉल कर लोगों से यूट्यूब पर विडियो लाइक करने की एवज मैं पैसे कमाने का आश्वासन दिया जाता है। और जब यूट्यूब पर वीडियो को लाइक करते हैं तो शुरुआत में उनके अकाउंट में पैसे डाल दिए जाते हैं और उसके बाद जब व्यक्ति को भरोसा हो जाता है तो उसे टेलिग्राम पर लाकर उसका एक अकाउंट बनाया जाता है।यह ऐप बेस्ड अकाउंट होता है।
पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने कहा कि साइबर अपराधी भोले भाले लोगों को टेलीग्राम के जरिए एक टास्क पूरा करने के बाद एक मोटी रकम दिखाई जाती है। उन्होंने कहा कि साइबर फ्रॉड तब होता है जब लोग उस पैसे को निकालने की कोशिश करते हैं। उस रकम के बदले इनसें कुछ कमिशन मांगा जाता है और यहीं से फ्रॉड शुरू हो जाता है, कुछ दिनों बाद टेलिग्राम अकाउंट डिलीट कर दिया जाता है।
पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने कहा कि इसके अतिरिक्त गूगल ऐप के जरिए भी काफी फ्रॉड होने की शिकायतें आ रही हैं। लोग विभिन्न छोटे मोटे कामों के लिए गूगल पर कस्टमर केयर नंबर खोजकर कॉल करते हैं और यह नंबर साइबर ठगों के होते हैं। पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने कहा कि साइबर लिंक भेज कर उस लिंक को क्लिक करवा कर या कोई ऐप डाउनलोड करवाकर फोन की सारी जानकारी हासिल कर लेते हैं।
इसके बाद आपके फोन की स्क्रीन उन्हें दिखाई देते लगती है और उन्हें आपसे ओटीपी तक पूछने की जरूरत नहीं पड़ती। वह अपने डिवाइस पर ही आपका मेसेज चेक कर आपके अकाउंट को साफ कर देते हैं। पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने कहा कि अनचाहे मेसेज लिंक को ओपन न करें, और न ही फोन पर आए ओटीपी को शेयर करें ।
उन्होने कहा कि एसएमएस अलर्ट को ऑन रखें ताकि हर ट्रांजिक्शन का अपडेट मिलता रहे । डेबिट व क्रेडिट कार्ड के सीवीवी नंबर को मोबाइल पर ट्रांजिक्शन के समय छुपाकर रखे । पुलिस अधीक्षक ने कहा कि ऑनलाइन शॉपिंग में लेन देन की अधिकतम लिमिट को कम रखें, ऑनलाइन शॉपिंग के लिए अलग खाते का उपयोग करें । उन्होने कहा कि बैंक में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर को लोगों में कॉन्टैक्ट के लिए साझा न करें, बैंकिंग के लिए अलग से नंबर रखें । किसी भी अनजान व्यक्ति के कहने पर अपने फोन में कोई ऐप डाउनलोड न करे ।
गूगल पर कस्टमर केयर सर्च करने की बजाय आधिकारिक वेबसाइट से नंबर ले ।ऑनलाइन ठगी और बैंकिंग संबंधित फ्रॉड होने पर जल्द से जल्द इसकी शिकायतें करें, इससे रिकवरी के चांस अधिक होते हैं । उन्होने कहा कि हर एक या दो हफ्ते में अपने शॉपिंग अकाउंट का पासवर्ड बदलें । पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने कहा है कि यदि किसी व्यक्ति के साथ साइबर धोखाधड़ी हो जाती है तो तुरंत साइबर हेल्पलाइन 1930 पर कॉल करें या नजदीकी पुलिस स्टेशन से संपर्क करें ।