Dainik Haryana, New Delhi: चौ देवीलाल ने देश में बुजुर्गों के लिए 100 रूपए मासिक पेशंन, कर्ज में डूबे किसानों के कर्जे माफ, किसानों के ट्रैक्टर को कमर्शियल वाहन से हटा कर गड्डा घोषित करना, हरिजन चौपालों का निर्माण तथा अनुसुचित जाति के लिए जच्त्रा बच्चा भत्ता जैसी लोक भलाई योजनाओं को लागू किया
चंडीगढ़, 6 अप्रैल: स्वर्गीय जननायक चौ. देवीलाल की 23 वीं पुण्यतिथि शनिवार को हरियाणा समेत पूरे देश में श्रद्धापूर्वक मनाई गई। इस अवसर पर प्रदेश के सभी जिलों में सर्वधर्म प्रार्थना सभाएं एवं सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया और पूर्व उपप्रधानमंत्री को श्रद्धासुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई।
मुख्य कार्यक्रम नई दिल्ली स्थित स्वर्गीय चौ. देवीलाल की समाधि संघर्ष स्थल पर आयोजित किया गया जिसमें प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला, प्रदेशाध्यक्ष रामपाल माजरा, इनेलो के दिल्ली प्रदेशाध्यक्ष हरि सिंह राणा, महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश प्रधान महासचिव सुनैना चौटाला, राष्ट्रीय प्रवक्ता उमेद लोहान, पूर्व विधायक बलवंत मायना, पूर्व विधायक रणबीर मंदोला, समेत पूरे प्रदेश से आए इनेलो नेता, कार्यकर्ता एवं गणमान्य व्यक्तियों ने श्रद्धासुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इससे पहले अभय सिंह चौटाला ने संसद भवन स्थित चौ. देवीलाल की मूर्ति पर भी जाकर पुष्पांजलि अर्पित की।
संघर्ष स्थल पर उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए अभय सिंह चौटाला ने कहा कि स्वर्गीय चौ. देवीलाल ने सदैव किसान, मजदूर और कमेरों के हकों के लिए आवाज बुलंद की और प्रदेश के मुख्यमंत्री रहते उन्होंने छतीस बिरादरी के लोगों के उत्थान वाली नीतियों को अमलीजामा पहनाते हुए प्रदेश के सभी शोषित वर्गों को उनकी अपेक्षा के अनुरूप लाभ पहुंचाया। चौ. देवीलाल ने देश में बुजुर्गों के लिए 100 रूपए मासिक पेशंन की, कर्ज में डूबे किसानों के कर्जे माफ किए, किसानों के ट्रैक्टर को कमर्शियल वाहन से हटा कर गड्डा घोषित किया, हरिजन चौपालों का निर्माण तथा अनुसुचित जाति के लिए जच्त्रा-बच्चा भत्ता जैसी लोक भलाई योजनाओं को लागू किया जो आज भी चालू हैं।
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि जननायक स्वर्गीय देवीलाल की नीतियों का अनुसरण करना ही इनेलो पार्टी का सर्वप्रथम उदेश्य है। सभी वर्गों और सर्व समाज के लोगों का उत्थान सिर्फ जननायक ताऊ देवीलाल के पदचिन्हों पर चल कर ही किया जा सकता है और देवीलाल जी के आदर्शों को उनकी बताई नीतियों पर चलकर ही हरियाणा प्रदेश में लोकराज की पुनर्स्थापना की जा सकती है।