Dainik Haryana, सिरसा: सिख कौम के महान जरनैल बाबा जस्सा सिंह रामगढिय़ा की 300वीं जन्म शताब्दी समापन कार्यक्रम सिरसा में बड़ी धूम धाम से मनाया जाएगा। इन समागमों के लिए विशेष रूप से गठित बाबा जस्सा सिंह रामगढिय़ा जन्म शताब्दी कमेटी में इंटरनेशनल सिख फोरम व शिरोमणि गतका फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा मुख्य भूमिका निभाते हुए विगत वर्ष दिल्ली व करनाल में बड़े गुरमत शताब्दी समागमों के साथ शताब्दी की शुरुआत की गई थी।
साथ ही राष्ट्रीय गतका प्रतियोगिताओं, खालसाई खेलों व खालसा फतेह मार्च का आयोजन भी किया गया था। अब एक वर्ष के आयोजनों के बाद शताब्दी का समापन सिरसा में बाबा जगतार सिंह कार सेवा गुरुद्वारा चिल्ला साहेब के मार्गदर्शन एवम् सहयोग से आयोजित होने जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से किया जायेगा।
उक्त जानकारी इंटरनेशनल सिख फोरम के महासचिव प्रीतपाल सिंह पन्नु ने शनिवार को मीडिया से बातचीत करते हुए दी। प्रीतपाल सिंह पन्नु ने बताया कि बाबा जस्सा सिंह रामगढिय़ा ने 1783 ई. में बाबा जस्सा सिंह आहलूवालिया व बाबा बघेल सिंह के साथ मिलकर दिल्ली को फतह किया था व लाल किले की प्राचीर पर खालसाई निशान साहेब लहराया था। दिल्ली फतह करने के लिए जहां बाकी जरनैल पंजाब से दिल्ली पहुंचे थे, वहीं बाबा जस्सा सिंह रामगढिय़ा की राजधानी उस समय हांसी, हिसार व वर्तमान सिरसा का इलाका था। वे अपनी फौज लेकर यहीं से भरतपुर होते हुए दिल्ली पहुंचे थे।
उन्होंने बताया कि समापन समारोह में हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी, डेरा कार सेवा गुरुद्वारा चिल्ला साहेब व अन्य सिख संस्थाओं के सहयोग से 12 मई को गुरमत समागम का आयोजन गुरुद्वारा चिल्ला साहेब में किया जाएगा। इस समागम में सचखंड श्री दरबार साहिब अमृतसर के हजूरी रागी भाई गुरप्रीत सिंह, पटियाला से पंथ प्रसिद्ध रागी भाई जसकरण सिंह, विश्व स्तर पर अपनी विशेष पहचान बनाने वाले इतिहासकार व वक्ता भाई सुखप्रीत सिंह उधोके व कथा वाचक भाई सुखजीत सिंह घनैहया संगत को गुरु कीर्तन व इतिहास से जोड़ेंगे।
इस से पूर्व 11 मई को हिसार से सुबह खालसा फतह मार्च शुरू होकर दोपहर बाद सिरसा में प्रवेश करेगा, जहां निहंग सिंह जत्थेबंदियां जंगी घोड़ों व ऊंटों सहित पुरातन जाहो जलाल के साथ शामिल होंगे।
उन्होंने बताया कि वैश्विक स्तर पर मनाये जा रहे शताब्दी समापन समारोह की तैयारियों का जायजा लेने के लिए गुरु नानक पब्लिक स्कूल में एक बैठक बाबा नरिंदर सिंह कार सेवा वालों की अध्यक्षता में बुलाई गई, जिसमें करनाल से जिला प्रधान पंजाब सिंह, गुरुद्वारा शीश गंज साहेब तरावड़ी के हेड ग्रंथी ज्ञानी सूबा सिंह, सिरसा से सुरेंद्र सिंह वैदवाला, मनजीत सिंह चावला, गुरमेज सिंह, रणजीत सिंह, बूटा सिंह, नामधारी गुरुद्वारा से अमीर सिंह, अमरीक सिंह, लखबीर सिंह, सिमरतपाल सिंह, अरविन्दर सिंह, निफा के प्रदेश सचिव दलबीर सिंह, रणजीत सिंह टक्कर, गुरुद्वारा सिंह सभा हिसार की प्रबंधक कमेटी से कुलवंत सिंह, कुलविंदर सिंह गिल, हरपाल सिंह गोल्डी, सोनू सिंह आदि शामिल हुए।